बोलो स्वामी रामदेव बाबा की जय।
प्राणायाम करते समय इन बातो तथा नीय्मो का पालन करे।
प्राणायाम सुद्ध, साफ एवं नीर्मल स्थान पर ही करना चाहिऐ। यदी पार्क मे जल के कीनारे अभ्यास कीयाजाये तो बहुत ही अच्छा है। बोलो स्वामी रामदेव बाबा की जय।
स्वांस केवल नाक से ही ले जीससे साफ ओर स्वच्छ वायु अपके शरीर मे जाये। लंबी-लंबी स्वांस लेने काअभ्यास करे। ताकी आपके पुरे शरीर को वायु मील सके।
प्राणायाम करते समय सही स्थीती मे बेठे। व्ज्रासन तथा सिद्धासन प्राणायाम के लीये एक उपयुक्त ओरसही स्थीती मानी गई है। बोलो स्वामी रामदेव बाबा की जय। बोलो हनुमान की जय।
प्राणायाम करते समय अपना मन को शांत तथा मुख को प्रशन रखना चाहिऐ। जय श्री राम।
योग प्राणायाम को शुबाह मल मूत्र मतलब शोच करने के बल ही करे।
यदी आप कीसी बीमारी, परेशानी से ग्रस्त के तो सलाह लेने के बाद ही योग प्राणायाम करे। जय हनुमान।
योग प्राणायाम करते समय अपने शरीर के तनाव नही लाना चाहिऐ। शांत अवस्था सीधे बेठे। अधीक लाभमीलेगा। गलत अवस्था मे अभ्यास करने से शरीर को हानी हो सकती है। बोलो स्वामी रामदेव बाबा की जय।
यदी योगा प्राणायाम करते समय थकान का अनुभव हो तो लंबी लंबी स्वांस ले ओर कुछ देर आराम भी करे।
अपने योगा प्राणायाम के अभ्यास के समय को धीरे धीरे बढ़ाये। सुरु मे १० मीनट अभ्यास करे फीर धीरे धीरेसमय बढ़ाते हुये ३० मीनट तक कर ले। बोलो स्वामी रामदेव बाबा योगा प्राणायाम की जय।
भोजन की सलाह योगा प्राणायाम चिकत्सक से अवस्य ले। यदी आप कीसी बीमारी, परेशानी से ग्रस्त के तोसलाह लेने के बाद ही योग प्राणायाम करे।
योगा प्राणायाम आपकी आयु को लंबी शरीर को मजबूत, मन को एकाग्र, दीमाग को तेज तथा मुख को परसनबनाते है। न्यामीत अभ्यास आपके जीवन मे नयी किरण ला सकता है। यदी आप कीसी बीमारी से पीडीत है तोबाबा रामदेव योग शीवीर मे जाये ओर उनसे योगा की सलाह ले। भगवान् का नाम ले। बोलो स्वामी रामदेवमहाराज की जय। बोलो राम चंदर की जय। बोलो जय हनुमान।